नीर की कुछ प्रेम कविताएँ

पावस नीर दिल्ली में रहते हैं -कविताएँ करते हैं - फ़ुट्बॉल खेलते हैं और पत्रकारिता करते हैं.
वो कहते हैं जब वो प्यार में होते हैं तब भी लिखते हैं, जब नहीं होते तब भी.


उनकी कुछ कविताएँ -


मूव आन

हम रोज फैसला लेते हैं, फैसला लेने का
हम रोज दिल को थोड़ा और कड़ा करते हैं
होते हैं अधिक निष्ठुर, अधिक साहसी
भूल जाते हैं प्यार
हो जाते हैं समझदार

चालाक हो गई हैं प्रेम कहानियां
आज के युग में
वह अपना अंत खुद लिख रही हैं
बेकार हो रहे हैं कवि, लेखक
जनतंत्र से बाहर किए जा रहे हैं पागल

'13 रीजन्स वाई' से जानते हैं जवाब
लेकिन सबसे अहम सवाल नहीं पूछ पाते कभी
'क्यों'

अब जब पर्दे पर जब पूछता है डिंपल वाला हीरो
'क्यों हम सब प्यार के बिना जीना सीख लेते हैं
... क्यों प्यार को मौका नहीं देते'
तो हम हिलाते हैं सिर
और चैनल बदल लेते हैं

अब हम इंतजार नहीं करते
सबकुछ ठीक होने का एतबार नहीं करते
अब हम चुन-चुनकर चुनते हैं रिश्ते
बेसाख्ता, बेपरवाह, बेमतलब वाला प्यार नहीं करते.

सिर्फ तुम्हारे लिए लिखना
 
तुम्हारे लिए लिखना 
अब किसी सूखे तालाब से मछली मार लाने जैसा है
(सिंपली इम्पोसिबल)

शब्द गढ़ना पानी का पुल बनाने सा है
भावनाएं बची हैं थोड़ी सी तलछट में
पर सूख रही हैं तेजी से
अकेले होना धूप वाली दुपहरी से कम कहां रहा है कभी

चुल्लू भर प्यार
कई बार डूब चुका हूं मैं
और ऐसा नहीं कि मरा न हूं
एक भी बार

इतने प्रेमगीत, इतने शोकगीत
की-बोर्ड पर तुम्हारे नाम के सारे अक्षर मिट गए हैं
और कलम से लिखना तो छूट चुका है कब का
अब ये मत कहो कि इस कहानी का
मर्सिया भी मुझे ही लिखना है

झूठ नहीं बोलूंगा
सिर्फ तुम्हारे लिए लिखना भूला नहीं हूं
तुम्हें भूल गया हूं भले ही (huh.. Who am I kidding?)

पर, अब बस और न लिखूं तुम्हारे लिए
और यही मेरा प्रतिशोध हो।

फिर से रॉकस्टार देखने की इच्छा पर...
 
“पता है यहां से बहुत दूर गलत और सही के परे एक मैदान है... मैं वही मिलूंगा तुझे..”

आज फिर से उड़ चलने का मन है
मन है कि
कागज की एक छोटी सी पर्ची पर लिखूं प्यार
और बदले में पाऊं जिंदगी भर का आवारापन

जहां खत्म होता है उजाले और अंधेरे का वक्त
वहीं कई दिनों अकेला खड़ा रहूं एक सपने की तरह
और पुकारता रहूं तुम्हारा नाम बेसाख्ता

चांदी के परदे पर हंसते चेहरे के साथ जोर-जोर रो लूं
अपनी पहली कहानी चिंदी-चिंदी कर दूं, गाउं

मिट्टी जैसे सपने, भटकते नादान परिंदे और जलता हुआ एक रॉक गिटार
एक सपने को डाउनलोड कर रहा हूं... 1 घंटे 12 मिनट बाकी हैं.




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मील के पत्थर