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how to lose friends and alienate people: an e-pamphlet about poets, philosophers and the left

अगर अंदर संवेदना होगी तो नींद नहीं आएगी. हैशटैग बंगलौर ,हैशटैग दुनिया

एक खत पोस्ट ऑफिस के नाम

मील के पत्थर

I WAS THERE WHERE IT ALL BEGAN

किसी तस्वीर में दो साल - उपांशु

"विद यु विदआउट यु " के लेखक प्रभात रंजन से शुभम की बातचीत